मधेपुरा से मुकेश कुमार की रिपोर्ट
मधेपुरा में पिछले दिनों हुई बारिश ने सरकार के दावों को फैल कर रख दिया है । चुनावी मौसम में जहां नेता लगातार विकास की बात कर जनता को प्रभावित करने का काम कर रही है वहीं हल्की बारिश के कारण अपने शहर की सूरत देख कर वादों से भरोसा उठता जा रहा है । सुपौल लोकसभा के प्रत्याशी सह निवर्तमान सांसद रंजीत रंजन का इन दिनों तूफानी दौरा चल रहे है उनसे भी जनता कई सवाल पूछ रहे हैं जिसका जवाब देना उनके दायरे से बाहर है । चुनावी मौसम में उनके द्वारा पूर्व मैं किये वादे खोखले साबित हो रहे हैं । सुपौल लोकसभा का अहम क्षेत्र सिंहेश्वर विधानसभा माना जाता है क्यंकि यहां बिहार का एकमात्र तीर्थस्थान भोले नाथ मंदिर है जहाँ लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष बाबा के भक्त पूजा करने आते हैं और बाबा नगरी की दुर्दशा पर जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकारी अधिकारी को कोस कर चले जाते हैं । लेकिन वविकास कब होगा इसका भरोसा बाबा पर ही छोर देते हैं । अब जबकि चुनावी रंग में शहर रंग चुका है तो नेता भी एक से एक विकास के नारे को बुलंद कर रहे हैं । 15 वर्षों से सत्ता में काबिज विधायक रमेश ऋषिदेव से लोगों को काफी उम्मीद थी लेकिन वे भी अपने मुद्दे और वादों से मुकर चुके हैं । आखिर कौन करेगा बाबा नगरी के साथ साथ सिंघेश्वर का विकास एक बार ये मुद्दा फिर आम जनों के बीच गूंज रहा है ।
मधेपुरा में पिछले दिनों हुई बारिश ने सरकार के दावों को फैल कर रख दिया है । चुनावी मौसम में जहां नेता लगातार विकास की बात कर जनता को प्रभावित करने का काम कर रही है वहीं हल्की बारिश के कारण अपने शहर की सूरत देख कर वादों से भरोसा उठता जा रहा है । सुपौल लोकसभा के प्रत्याशी सह निवर्तमान सांसद रंजीत रंजन का इन दिनों तूफानी दौरा चल रहे है उनसे भी जनता कई सवाल पूछ रहे हैं जिसका जवाब देना उनके दायरे से बाहर है । चुनावी मौसम में उनके द्वारा पूर्व मैं किये वादे खोखले साबित हो रहे हैं । सुपौल लोकसभा का अहम क्षेत्र सिंहेश्वर विधानसभा माना जाता है क्यंकि यहां बिहार का एकमात्र तीर्थस्थान भोले नाथ मंदिर है जहाँ लाखों की संख्या में प्रतिवर्ष बाबा के भक्त पूजा करने आते हैं और बाबा नगरी की दुर्दशा पर जनप्रतिनिधियों से लेकर सरकारी अधिकारी को कोस कर चले जाते हैं । लेकिन वविकास कब होगा इसका भरोसा बाबा पर ही छोर देते हैं । अब जबकि चुनावी रंग में शहर रंग चुका है तो नेता भी एक से एक विकास के नारे को बुलंद कर रहे हैं । 15 वर्षों से सत्ता में काबिज विधायक रमेश ऋषिदेव से लोगों को काफी उम्मीद थी लेकिन वे भी अपने मुद्दे और वादों से मुकर चुके हैं । आखिर कौन करेगा बाबा नगरी के साथ साथ सिंघेश्वर का विकास एक बार ये मुद्दा फिर आम जनों के बीच गूंज रहा है ।