-- मुठभेड़ में शामिल एसएसबी के इंस्पेक्टर नक्सलियों की गोली से घायल, खतरे से बाहर
-- घटनास्थल से चार अत्याधुनिक हथियार बरामद
-- गिरोह में शामिल आठ नक्सलियों में कमांडर समेत चार फरार
बगहा पुलिस जिले के वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के हरनाटांड़ वनक्षेत्र के जंगल में शुक्रवार की अहले सुबह करीब चार बजे वन क्षेत्र के चौथा पानी के समीप जंगल में पुलिस, एसटीएस व एसएसबी की संयुक्त टीम से नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो गई। इस मुठभेड़ में मौके पर चार नक्सली मारे गए। पुलिस टीम को घटनास्थल से चार अत्याधुनिक हथियार मिले हैं। इसमें तीन एसएलआर व एक एके 56 शामिल है। नक्सलियों की गोली से इस अभियान टीम में शामिल एसएसबी के इंस्पेक्टर ऋतुराज घायल हो गए। इस घटना की पुष्टि करते हुए अभियान का नेतृत्व कर रहे बगहा पुलिस जिले के अभियान एएसपी धर्मेंद्र झां ने बताया कि मुठभेड़ में मारे गए नक्सलियों में छोटू महतो उर्फ सोनू, विपुल, किरण व नकुल उर्फ अमरदेव लाल शामिल हैं। विपुल शिवहर जिले का रहने वाला है। जबकि अन्य तीन नक्सली लौकरिया वाल्मीकिनगर थाना क्षेत्र के निवासी हैं। एएसपी अभियान ने बताया कि नक्सली गिरोह में कुल आठ नक्सली शामिल थें। जिसमें गिरोह का कमांडर राजन समेत चार नक्सली पुलिस टीम से घिरे देख घने जंगल झाड़ी का लाभ लेकर भाग निकले हैं। इसके लिए पुलिस टीम जंगल मे सर्च ऑपरेशन चला रही है। उन्होंने बताया कि दो तीन दिन पहले सूचना मिली थी कि वीटीआर के हरनाटांड़ वन क्षेत्र के जंगल में कुछ नक्सलियों का समूह कोई आपराधिक घटना देने के लिए जंगल में कैम्प बनाकर कार्य योजना बना रहे हैं और जंगल के निकटवर्ती गांवों में चहलकदमी भी कर रहे हैं। इस सूचना पर एसटीएफ, एसएसबी व जिला पुलिस जवानों के साथ नक्सलियों के विरुद्ध तीन दिनों से सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। इसी बीच पुलिस टीम की नक्सली गिरोह के साथ मुठभेड़ हो गई।
पहाड़ी नदियों में बाढ़ का पानी होने से घटना स्थल पर नक्सलियों के शव के साथ फंसे हैं पुलिस टीम के अधिकारी व जवान
वीटीआर के हरनाटांड़-नौरंगिया दोन सड़क पर चार पहाड़ी नदियों में तेज धारा में बाढ़ का पानी बहने से घटना स्थल पर नक्सलियों के शव के साथ पुलिस टीम के अधिकारी व जवान फंसे रहें। तीन बजे दोपहर तक नदियों में पानी का रफ्तार कम नहीं हुआ था। अधिकारी व पुलिस जवान पानी कम होने का इंतजार करते रहें। पहला पानी के पास बगहा एसपी राजीव रंजन तमाम अधिकारियों व जवानों के साथ पानी कम होने का इंतजार कर रहे थे। वहीं अभियान एएसपी धर्मेंद्र झां टीम के कुछ जवानों के साथ घटना स्थल से पैदल पहला पानी पहुंचे और वहां मौजूद पत्रकारों को घटना से संबंधित आपबीती बताई।
वर्षों से नक्सलियों के लिए वीटीआर का जंगल बना है सेफ जोन, नक्सली इसी जंगल मे बनाते हैं कार्य योजना
पिछले कई वर्षों से बिहार झारखंड आदि विभिन्न राज्यों से बगहा के वीटीआर के जंगल में नक्सलियों ने डेरा डाल कर आपराधिक घटनाओं का अंजाम देने के लिए कार्ययोजना बनाते रहे हैं। दो दशक पूर्व नक्सली नेता नरेंद्र ओशो ने हरनाटांड़ में रहकर आसपास में नक्सली संगठन में प्रशिक्षण करता था। वह प्रशिक्षण केंद्र पुलिस जिले के हरनाटांड़, बैरिया, कला बरवा, चमकी टोला, भेलाही, सखुअनवा, सोहरिया, गोडार, मलकौली, गोनौली, जराड़, मिश्रौली आदि गांवों में चलाता था। इस प्रशिक्षण में वनवर्ती गांवों के युवक युवतियां शामिल रहते थे। उसके बाद इस संगठन का कमान विपुल व राजन के हाथ में था।
रिपोर्ट तेज़थिंक न्यूज़
चंद्रभूषण / बगहा पश्चिम चंपारण